अनुमान समिति | प्राक्कलन समिति
➤प्राक्कलन/अनुमान समिति की स्थापना वर्ष 1950 में हुई थी।
➤प्राक्कलन समिति समिति में सिर्फ लोकसभा के ही सदस्यों को शामिल किया जाता है जिनकी सदस्य संख्या 30 होती हैं ।
➤इसमें राज्यसभा के सदस्यों को शामिल नहीं किया जाता है ।
➤समिति के सदस्यों का चुनाव प्रत्येक वर्ष आनुपातिक प्रतिनिधित्व के अनुसार एकल संक्रमणीय मत के माध्यम से किया जाता है ।
➤इसके सदस्यों का कार्यकाल 1 वर्ष का होता है ।
➤वर्तमान(2021) में इस समिति के अध्यक्ष गिरीश बालचंद बापट है।
➤प्रत्येक वर्ष मई में समिति का कार्यकाल प्रारंभ होता है तथा अगले वर्ष 30 अप्रैल को समाप्त हो जाता है ।
➤समिति का अध्यक्ष लोकसभा के अध्यक्ष द्वारा मनोनीत किया जाता है , किन्तु यदि लोकसभा का उपाध्यक्ष इस समिति में चुना जाता है तो फिर वही समिति का अध्यक्ष भी चुना जाता है ।
➤यह समिति सरकारी खर्च में कैसे कमी लाई जाए , संगठन में कैसे कुशलता लाई जाए , तथा प्रशासन में कैसे सुधार किये जाए आदि विषयों पर रिपोर्ट देती है ।
प्राक्कलन समिति के प्रतिवेदन पर सदन में बहस नहीं होती है , परन्तु यह समिति अपना कार्य वर्ष भर करती है और अपना दृष्टिकोण सदन के समक्ष रखती है ।
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