लोक लेखा समिति/स्थापना / लोक लेखा समिति के वर्तमान अध्यक्ष 2021

 लोक लेखा समिति-


➤इसे प्राक्कलन समिति की ' जुड़वाँ बहन ' ने नाम से भी जाना जाता है ।
➤ इस समिति की स्थापना वर्ष 1921 में हुई थी।
इस समिति में 22 सदस्य होते हैं 
इस समिति में 15 सदस्य लोकसभा द्वारा तथा 7 सदस्य राज्यसभा द्वारा एक वर्ष के लिए निर्वाचित किये जाते हैं । 
➤ वर्ष 1967 से इस समिति का अध्यक्ष लोकसभा के विपक्ष के नेता को बनाया जाता हैं।
➤ वर्तमान में अधीर रंजन चौधरी इस समिति के अध्यक्ष हैं।


इसे लघु लोकसभा भी कहते हैं ।
समिति के सदस्यों का संसद द्वारा प्रतिवर्ष आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर एकल संक्रमणीय मत प्रणाली की सहायता से चयन किया जाता है । इस समिति के अध्यक्ष का मनोनयन लोकसभा अध्यक्ष के द्वारा किया जाता है तथा लोकसभा सचिवालय इस समिति के कार्यालय की भूमिका अदा करता है ।
लोक लेखा समिति में राज्यसभा के सदस्यों को सह - सदस्य माना जाता है तथा उन्हें मत देने का अधिकार प्राप्त नहीं है ।


लोक लेखा समिति का मुख्य कार्य-
1. यह समिति भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक द्वारा दिया गया लेखा - परीक्षण सम्बन्धी प्रतिवेदनों की जाँच करती है । 
2. भारत सरकार के व्यय के लिए सदन द्वारा प्रदान की गयी राशियों का विनियोग दर्शाने वाली लेखाओं की जाँच करना । 
3. संसद द्वारा प्रदान की गई धनराशि के अतिरिक्त धनराशि को व्यय किया गया हो , तो समिति उन परिस्थितियों की जाँच करती है , जिसके कारण अतिरिक्त व्यय करना पड़ा । 


4. समिति राष्ट्रपति के वित्तीय मामलों के संचालन में अप - व्यय , भ्रष्टाचार , अकुशलता में कमी के किसी प्रमाण को खोज सकती है । 
नोट- लोक लेखा समिति अपना प्रतिवेदन लोक सभा को देती है जिससे कि जो अनियमितताएँ उसके ध्यान में आई है उन पर संसद में बहस हो और उन पर प्रभावी कदम उठाये जा सकें ।
Note- CAG को इस समिति का फ्रेंड फ्लोस्फर एंड गाइड (मित्र, दार्शनिक एवम् मार्गदर्शक) कहां जाता हैं ।


Practice Quiz.

Q. संविधान सभा की प्रथम बैठक में उपसभापति किसे मनोनीत किया गया था ?

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